Best 30+ Yahya Bootwala Shayari Status | Poetry Lyric in Hindi
Instagram और YouTube पर Yahya Bootwala काफी फेमस शख्स हैं। उनकी Shayari और Poetry के लिए उनके बहुत बड़े प्रशंसक हैं। उनके बहत सारे फेमस Poetry है और उशे बाहर सारे लोग पसंद करते है।
हम उन्हें उनके Poetry और स्पीच के लिए जानते हैं। इस पोस्ट में हम आपको Best and Trending Shayari, Quotes, Poetry of Yahya Bootwala देंगे। अगर आप Yahya Bootwala of Poetry की तलाश कर रहे हैं, तो यह आपके लिए सबसे अच्छी जगह है।
Yahya Bootwala Short Bio
Name | Yahya Bootwala |
Nick Name | Yahya |
Date of Birth | 3 October 1995 |
Age | 25 year |
Birth Place | Mumbai, Maharashtra India |
Profession | Poet, Shayari, Youtuber |
Nationality | Indian |
Education | HSC in Science, RD National College |
Yahya Bootwala Shayari in Hindi
दुनिया टूटते तारोपे ख्वाइश मांगती रहेगी
आधार को और अंधरा करेगी
तुम जुगनू से चमकना इस अंधेरे में
दुनिया तुम्हे चमत्कार कहेगी
जो पायहिं नही
उसके सुकून में क्यों जी रहेहो
तैर जो है पास
उसपे सवाल क्यों उठा रहेहो
ये कोनसे काल से हम्मने
उम्मीद लगाके उम्मीद लगाके रखी है कि
के जिसके वजसे हम्मने आपने
आजसे झगड़ा कर लिए है
जब तुम और में
ना कोई सही है ना गलत
तोह हम्म दोनो एक क्यों नही
मेरी हर कहानी मुझमे कैद थी
नाजाने कैशे, तुझमे वो आजाद हो गयी
उसके तारीफ में में कुछ ऐसा लिखता की
की उसकी मुस्कान मेरी कहानी की सहाई थी
उसकी आँखों मे वक्त के काटो को थमता हुआ देख है
हम्म इस बात पर इतराते रहे
की तुम मेरी किताब थे और में तुम्हारा पन्ना
ये तो एक अरसे बात समझ आया
किताबो को अस्लमारी में रखा जाताहै
और आणो को जेब मे
ये चार दिन की जिंदगी में
साल ठाड़े ज्यादा नही हो गए
ये आने जाने के बीच गीले शिकवे
थिंदी ज्यादा नही हो गए
आकेले पनका सुकून ही कुछ और हे
अपनी हर नाराजिगी से लड़ लेता हूं
बिना खुदको छोडे
अपनी होठो के बीच मे
जो कहानी दबा के मुस्कुरा दिया करते हो ना तुम
किशी रात वही कहानी
तुम्हारी आखो से पढ़ने आऊंगा में
कस हम्म यादो को आस्टियो की तरह बह सकते है
हम्म आदत है उन्हें दफन करने की
जंहा हमरा रोज जाना होता है
खो के जिये जन्नत जमी से भी जलता है
तुम खुदा सी उष अपसोस सी लगती हो
क्यों ना रखु तुम्हे तरोकि दर्जे में
आखिर तुम सबकी ख्वाइश में जो रहेते हो
तुम आसमा से आजाद लगती हो
मेरी जमी की उम्मीदों के लिए जरूरी हो
लोग कहतेहै की दोनों मिलते है एक जगा
में जनता हु उशे नजरो का धोका कहतेहै
में फिरभी उष धोके पे तुम्हारा इंतज़ार करता हु
मेरी कलम जो कोशिस करके भी बया ना कर पाये
तुम वेसे किश कैशे सी लगती हो
क्यों कैद करु तुम्हे कागज में
तुम लाकिरोके बंदिश से आजाद ही आछे लगते हो
सब कितने हम्म से भरे है
कस हममें थोड़ीसी तुम के लिए लगा होती
आज हम्म और तुम जंग ने कर रहे होते
तजुर्बा तो जंग की भी आज बनजाते हैं
और महलो में रिस्ते दीवार में बतजते है
सीको का निसिब भी पलटता है
और जो वक्त गुजर जाए वो बर्बाद ही लगता है
अगर किसिशे प्यार करते हों तो
उसको इजहार आज करलो
मा बाप के लिए कोई बार छुपा के रखे हो तो
आज ही बता दो
दोस्त को अगर कहना है
तू मेरा यार है तू मेरा भाई है तो आज ही बता दो
जिंदगी यार बहत छोटी है – कल होना हो
चल इन सब सवालो का जवाब मत दे
बस एक सवाल का जवाब दे
क्या तुम भूल फाये वो रात, कमरे में शरीफ हम्म थे
तुझे कस के पकड़ा था, तेरी कान में हकजे से कहता कि
कभी चोदना मत और तूने कहता कभी नही
जेवर सी पहनती हो तुम अपनी हर अदा
बिंदी में सादगी और झुमकों को मेरी जान रखती ही
ऐसे तो ये दुनिया है तुम्हारी कदमो को धूल बराबर
तुम फिरभी एशे पायल सी पहनती हो
बस क्यों कि देर रात तक तुम दोनों
ढेर सारी बाते करते हो
तुम एशे तुम महाबत समझते हो
तो …. हो सकता है कि तुम गलत हो
क्यों कि यार अकेले पैन में तो
दो आनजाने मुसाफिर भी बात कर ही लेते है
और अगर कुसी लड़की को देखके
वी तुम्हारा हाट पकडलेटी है
और किसी लड़के को देखके, तुम उसका
और ऐश क्यूट जेलेसि को तुम महाबत केहेरेहेहो हो
तो…..हो सकता है तुम गलत हो
क्यों कि यार परिंदो को पकड़ा जाता है
पिंजोरी में केएड करने के लिए उन्हें आजाद करने के लिए नही
बस क्यों कि अब तुम दोनों
एक दुसरो की बात को, समझ पा रहेहो
और एशे तुम महबत कहती हो
तो….हो सकता है तुम गलत हो
“Sayad wo Pyar Nehi” Yahya Bootwala Poetry Lyrics in Hindi
है लेकिन, जिस्मो से उलझने से पहले
तुम जिस्मो में उलझना चाहते हो
अगर वो बेखोप आपना बचपन तुम्हारी सामने जाया कर देती है
अगर उसके कपड़ो की बे परदा होने से पेहेले
तुम अपनी सारे राज उसके सामने खोलड़िये
और उसने भी आपने सारे दर का कीकर तुम्हारी सामने कर दिए
अगर उसका हर आँशु तुम्हारी ही कमीज में बहता हो
और तुम्हारी मुस्कान की बजह उसकी नादनिया हो
तो शायद, सैयद नही यार यही प्यार है
तो एशे पकदलो जकदलो गले लागलो
और उशे कहते रोही की तुम उशे कितना पैर करते हो
अगर तू तेरे वादा साथ रहनेका
में लिखूंगा तेरे बारेमे
आरे नही लिखूंगा तेरे आखो के बारेमे,
जेनमे डूबने के मान करता है
और तेरी जुल्फों के बारे मे
जिनमे उलझने का मान करता है
या तेरी होतो के बारे में
जिनहे चूमने का मन करता है
में नही लिखूंगा उन चीजो के बारेमे जो ढल जाता है
में लिखूंगा तो तेरी पागल पन के बारे में
तेरी जलने पन के बारे में
और जो मजाक मजाक में
जो मुझे तू हल्के का मार के मुस्कुराते हो उसके बारे में
जिंदगी आज जीना कितना जरूरी है
हम्म जबहु काल के लिए रुकना नही चाहिए
काल के लिए हमे नही रुकना चहियव
अगर तू करे वादा साथ रहने का
तो में लिखूंगा तू वो घर है
जहापे ठहर ने का इरादा बंजर भी रखता है
और तू वो किनारा है,
जिसकी कदमो पर गिरने के लिए लहरे उठा करती है
में लिखूंगा तेरी बदन के हर करबट को
मेरी उंगलियो से याद किया
तेरी आँखों के बीच का फैसला मेरी ओठो के बीच से नापा है
अच्छा एक बात बताओ
जो हर सच बया करते हो तुम
उसका इल्जाम जुबा के फिसलने पर क्यों लगते हो तुम
मेवार तुम सैयद की सड़क में मिलते
बे खबर किशी मंजिल की एक साथ चले थे
हा माना उलझी उलझी राति में थिंदा फासला राहा
पर सुबह की बदल के छाओ में नजदीजि भी थी
नजाने क्यों पैशले कि चौहरे में दिल हार गया
प्यारे में लिखना आब झूट से लागता है
नही, भोरोस अबभी बस उतना ही बस
लंबहे अरसे से किसिशे हम्म प्यार नही हुआहै ना
हर बदलते दिन के साथ,
प्यार का हर एहसास धुन्दला होता जरहहै
उनका कुसी बातपर, नजर फेरते हुए मुस्कराना
हात थमने से पहले वाली झिझकना वो सब कुछ
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